आठ सालों में साढ़े पांच लाख रुपये की राशि से एक दर्जन मंदिरों में कराया निर्माण
दीपक अग्रवाल 9977070200
शाजापुर। घरों और प्रतिष्ठानों पर सुंदरकांड के माध्यम से हनुमानजी का जयकारा लगाने वाले सुंदरकांड मंडल के सदस्य आठ सालों से मंदिरों के जीर्णोंद्धार के सराहनीय कार्य में लगे हुए हैं। मंडल के सदस्य सुंदरकांड करने पर प्राप्त होने वाली राशि से अब तक दर्जनों मंदिरों में कार्य करा चुके हैं। वर्ष 2016 में 21 सदस्यों ने श्री मारुति नंदन सुंदरकांड मंडल का गठन किया और सभी सदस्यों ने सुंदरकांड से मिलने वाली राशि को मंदिर निर्माण में लगाने का निर्णय लिया। मंडल के राहुल सोलंकी ने बताया कि समस्त सदस्यों द्वारा निस्वार्थ भाव से बाबा की ज्योत सुंदरकांड के माध्यम से घर-घर जलाई। मंडल द्वारा किए गए सुंदरकांड पर जो राशि मिली उससे गिरवर स्थित खेड़ापति हनुमान मंदिर के गर्भगृह में 4 लाख की लागत से सौंदर्यीकरण का कार्य कराया गया। इसीके साथ अन्य हनुमान मंदिर निर्माण हेतु 11000 रुपये की राशि दी गई। वहीं भव्य श्रीराम मंदिर निर्माण शरद नगर में 3300 रुपये, अयोध्या धाम में श्रीराम लला के भव्य निर्माण में 21001 की राशि मंडल द्वारा दान दी गई। साथ ही मारूति नंदन हनुमान मंदिर तालाब की पाल पर भव्य निर्माण में 1 लाख 1 रुपये की राशि, श्री प्राचीन खेड़ापति हनुमान मंदिर पर मंडल की ओर से स्टील रेलिंग का कार्य कराया गया। इसी तरह डीपो के पीछे स्थित श्रीहनुमान मंदिर पर भव्य निर्माण में 15000 की राशि दान दी गई। मंडल के सदस्य राहुल सोलंकी ने बताया कि हनुमानजी भगवान श्रीराम के परम भक्त हैं और इसीलिए सुंदरकांड से प्राप्त आय हनुमान मंदिरों के अलावा श्रीराम मंदिरों के निर्माण पर खर्च की गई है। श्री मारुति नंदन सुंदरकांड मंडल मंदिरों में निर्माण कार्य के लिए सदैव तत्पर रहेगा।
साढ़े पांच लाख रुपये से अधिक राशि से कराया मंदिर निर्माण
पं दामोदरप्रसाद शर्मा, अमृतलाल टेलर, महेश हरियाल, श्यामसिंह सेंधव, गोपाल पंवार, मनीष गेहलोद, राहुल सोलंकी, अजय यादव, बालकृष्ण यादव, अजय वर्मा, अजय पंवार, दुर्गेश कोटवानी, युवराजसिंह, मनीष गिरी, जीतू राठौर, पकंज जैन, गणेश राठौर, शुभम कारपेंटर, बाबूलाल अंबोदिया, राम विश्वकर्मा, महेंद्रसिंह हाड़ा ने वर्ष 2016 में श्री मारुति नंदन सुंदरकांड मंडल का किया था, जिसके बाद से मंडल सदस्य करीब एक दर्जन से अधिक मंदिरों में करीब साढ़े पांच लाख रुपये की राशि खर्च कर निर्माण कार्य करा चुके हैं। गिरवर मंदिर में चार लाख रुपये की लागत से सौंदर्यीकरण का कार्य कराया गया है।