अभयपुर सर्विस रोड का निर्माण नहीं होने पर ग्रामीणजन करेंगे उग्र आंदोलन
शाजापुर। जिम्मेदारों की अनदेखी के कारण हादसों का मार्ग बने अभयपुर-पीरखेड़ी मार्ग पर आचार संहिता के बाद सर्विस रोड का कार्य शुरू हो सकता है, इसको लेकर नेशनल हाईवे के अधिकारियों ने ग्राम पंचायत के सरपंच को पत्र लिखा है। वहीं मामले में मतदान से पहले सर्विस रोड के निर्माण को लेकर कलेक्टर ने भी नेशनल हाईवे के अधिकारियों को पत्र लिखा था, लेकिन आचार संहिता का हवाला देते हुए रोड का निर्माण कार्य शुरू नही हो सका। जिला मुख्यालय से करीब 12 किमी दूर बसे ग्राम अभयपुर और पीरखेड़ी नेशनल हाईवे नंबर 52 पर गांव में प्रवेश हेतु सर्विस रोड का निर्माण हाईवे के जिम्मेदार अधिकारियों के द्वारा नही कराया गया, जिसकी वजह से उक्त मार्ग पर आए दिन दुर्घटनाएं घटित हो रही हैं जिससे आक्रोशित होकर ग्रामीणों ने 3 मई 24 को हाईवे पर चक्का जाम कर दिया गया था। ग्रामीणों के आक्रोशित होने पर नेशनल हाईवे ने गांव के सरपंच को पत्र लिखा है। ग्राम के वरिष्ठ रामदयाल पाटीदार ने बताया कि सर्विस रोड के निर्माण को लेकर नेशनल हाईवे प्रबंधन के द्वारा 3 मई को पत्र लिखकर अवगत कराया है कि आचार संहिता के समाप्त होते ही सर्विस रोड का निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा। साथ ही जिला प्रशासन ने भी पत्र लिखकर सर्विस रोड का निर्माण कराए जाने के निर्देश हाईवे के अधिकारियों को दिए हैं।
चार वर्षों से परेशान हैं ग्रामीण
उल्लेखनीय है कि नेशनल हाईवे नंबर 52 के निर्माण के बाद से ही अभयपुर और पीरखेड़ी के बीच सर्विस रोड का निर्माण जिम्मेदारों के द्वारा नही किया गया है, जिसको लेकर ग्रामीण लगातार प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंप रहे हैं। रामदयाल पाटीदार ने बताया कि चार वर्षों से सर्विस रोड नही बनाए जाने से सडक़ हादसे में कई लोग जान गवा चुके हैं, लेकिन जिम्मेदार हैं कि स्वीकृति होने के बावजूद रोड का निर्माण नही कर रहे हैं। इस बार भी नेशनल हाईवे के जिम्मेदार अधिकारियों ने आचार संहिता समाप्त होने पर रोड निर्माण की बात कही है। यदि रोड का निर्माण नही किया गया तो दोनों गांव के ग्रामीण प्रदर्शन करेंगे।
जनसंघ का गढ़ होने के बावजूद उपेक्षा के शिकार हैं ग्रामवासी
गांव के रामदयाल पाटीदार ने बताया कि जिले का अभयपुर और पीरखेड़ी कई वर्षों से जनसंघ का गढ़ रहा है और यहां के मतदाता भाजपा को पूर्ण रूप से समर्थन करते हैं, लेकिन बावजूद इसके गांव के लोग उपेक्षा का शिकार होकर सुविधाओं के लिए जद्दोजहद करने को मजबूर हैं। अभयपुर और पीरखेड़ी गांव की आबादी की बात की जाए तो यहां करीब 3 हजार से अधिक लोग निवासरत हैं जो प्रतिदिन कच्चे रोड से जान जोखिम में डालकर आवाजाही करते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि वर्षों से प्रदेश में भाजपा की सरकार है, परंतु इसके बाद भी गांव के लोगों की परेशानियों पर ध्यान नही दिया गया है। जिम्मेदारों की इसी अनदेखी की वजह से 3 मई को हाईवे जाम किया गया था। आचार संहिता समाप्त होने के पंद्रह दिनों तक सर्विस रोड के निर्माण को लेकर इंतजार किया जाएगा। यदि इसके पश्चात भी निर्माण कार्य प्रारंभ नही हुआ तो दोनों गांव के तीन हजार से अधिक ग्रामीण नेशनल हाईवे को पूरी तरह से जाम कर देंगे।