अंतर्राष्ट्रीय महिला सप्ताह के अंतर्गत विधिक जागरुकता शिविर एवं सम्मान समारोह आयोजित
दीपक अग्रवाल 9977070200
शाजापुर। महिला दिवस के उपलक्ष्य में अंतराष्ट्रीय महिला सप्ताह कार्यक्रम 04 मार्च से लेकर 11 मार्च 2023 तक चलाया जा रहा है। इसीको लेकर प्रधान जिला न्यायाधीश एवं विधिक सेवा प्राधिकरण अध्यक्ष ललित किशोर, कलेक्टर दिनेश जैन, न्यायाधीश राजेन्द्र देवड़ा के आतिथ्य में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण शाजापुर एवं जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वाधान में मंगलवार को विधिक जागरूकता शिविर एवं सम्मान समारोह का आयोजन एडीआर सेन्टर के सभागार में किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत मां सरस्वती के छायाचित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर की गई। कार्यक्रम में प्रधान जिला न्यायाधीश नेे कहा कि महिलाओं में पुरूषों की अपेक्षा, सहनशीलता अधिक होती है। महिलाएं किसी बच्चे के जन्म होने पर पहली गुरू होती हैं जो गुण एक माता अपने बच्चें को देती है वह जीवन भर उसके साथ रहते हैं। महिलाओं के लिए समाज में बराबरी का हक मिलना चाहिए, किन्तु समाज की भी यह जिम्मेदारी है कि वे महिलाओं को आगे बढ़ाने में सहयोग करे। उन्होने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए कई कानून बनाए गए हैं, किन्तु उनका सद्उपयोग हो इसकी भी जागरूकता होना चाहिए। इस दौरान समस्त महिला न्यायाधीशों, महिला अधिवक्ता, महिला अधिकारी, महिला न्यायिक कर्मचारी और उपस्थित महिलाओं का सम्मान पुष्पगुच्छ, स्मृति चिन्ह एवं कलम भेंट कर किया गया।
इस मौके पर कलेक्टर ने कहा कि समाज में महिलाओं को 50 प्रतिशत का आरक्षण दिया गया है, परंतु आरक्षण देने मात्र से महिलाओं का विकास संभव नहीं हुआ है। धरातल पर आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाएं प्रताडऩा का शिकार हो रही हैं। कई महिलाएं अपने साथ हो रहे अत्याचार के विरूद्ध अवाज नहीं उठा पाती हैं और ऐसे में कुछ ही मामले न्यायालय तक न्याय के लिए पहुंचते हैं। महिलाओं को उनके अधिकारों की जानकारी भी नही है। सर्वप्रथम महिलाओं को उनके अधिकार और उनके कर्तव्य की प्रति जागरूक करना होगा तथा महिलाओं की परिवार एवं समाज में राय को महत्व को देना होगा तभी समाज का विकास संभव है। कार्यक्रम में प्रथम जिला न्यायाधीश नीतूकान्ता वर्मा ने कहा कि महिलाओं के उत्थान के लिए और अधिक प्रयास करने होंगे तब ऐसा अवसर आएगा जब महिला दिवस मनाने की आवश्यकता ही नही होगी। जिला अभिभाषक संघ के अध्यक्ष कमल किशोर श्रीवास्तव ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर विशेष न्यायाधीश मोहम्मद अजहर, महिला एवं बाल विकास विभाग अधिकारी नीलम चौहान, नेहा चौहान, नेहा जायसवाल, पंकज दवे, विधिक सहायता अधिकारी फारूक अहमद सिद्दीकी मौजूद थे।