आसमान पर छाई काली घटाएं बरसीं, ओलावृष्टि से रबि फसल में नुकसान का अंदेशा
शाजापुर। खेतों में खड़ी रबी फसल पर मावठे की तेज बारिश और आलोवृष्टि के कारण संकट के बादल मंडराने लगे हैं। अचानक से आसमान पर छाए काले बादल तेज बूंदों के साथ बरस पड़े। जिले के कई क्षेत्रों में बूंदों के साथ ओले भी बरसे जिसकी वजह से रबी फसल में नुकसान का अंदेशा है। इस वर्ष फरवरी माह से ही सूर्य ने तीखे तेवर दिखाते हुए लोगों को गर्मी का ऐहसास कर दिया है। वहीं मार्च की शुरूआत के बाद से ही मौसम के मिजाज बेहद गर्म हो चले हैं, लेकिन शनिवार दोपहर को अचानक से काले बादलों ने सूर्य को अपनी आगोश में ले लिया और रात के समय यह काली घटाएं तेज बूंदों के साथ बरस पड़ीं। मावठे की इस बारिश के साथ ही पोलायकला, कालापीपल, शुजालपुर, मोहन बड़ोदिया, बेरछा के इलाकों में करीब आधा घंटे तक ओलावृष्टि भी हुई जिसकी वजह से गेहूं, चना की फसल में नुकसान हुआ। उल्लेखनीय है कि रबी की फसल पूरी तरह से पककर तैयार हो चुकी है, लेकिन कई खेतों में अब तक कटाई नही हो सकी है। ऐसे में मावठे की बारिश ने फसल में नुकसान पहुंचाया है। किसान मुकेश पाटीदार ने बताया कि मावठे की बारिश के साथ ओलावृष्टि होने से गेहूं, चना, मसूर, प्याज की फसल में नुकसान हुआ है। इधर बेमौसम हुई बारिश से फसलों में हुए नुकसान की भरपाई को लेकर भारतीय किसान संघ ने शीघ्र ही सर्व कराकर मुआवजा राशि दिए जाने की मांग की है।
दो दिनों तक बारिश की संभावना
कभी तीखी धूप तो कभी आसमान पर काले बादलों के पहरा रहने से मौसम में उतार-चढ़ाव बना रह सकता है। मौसम विशेषज्ञ सत्येंद्र धनोतिया ने बताया कि फिलहाल एक से दो दिनों तक मावठे की बारिश की संभावना है, जिसके चलते तापमान स्थिर बना रहेगा। वहीं इसके बाद अधिकतम और न्यूनतम दोनों ही तापमान में भारी उछाल आने की संभावना है। याने आगामी दिनों में लोगों को भीषण गर्मी का सामना करते हुए बेचैन होना पड़ेगा और दिन के साथ ही रातें भी सुकून की जद्दोजहद में गुजरेंगी। मौसम में आए बदलाव के कारण रविवार को अधिकतम तापमान 34.9 डिग्री और रात का तापमान 15.6 डिग्री दर्ज किया गया। जबकि वर्षा पिछले 24 घंटों में शाम 5 बजे तक लगभग 10 मिलीमीटर दर्ज की गई। धनोतिया ने बताया कि सोमवार को हल्की वर्षा संभावित है, जबकि सर्वाधिक वर्षा की संभावना होली के दिन रहेगी और उस दिन करीब आधा इंच बारिश हो सकती है।